मेरे स्कूल पर निबंध
परिचय :
मैं शारदा अकादमी का छात्र हूं। यह एक प्रसिद्ध हाई स्कूल है। इसका नाम देवी शारदा के नाम पर रखा गया है।
परिस्थिति :
यह हाई स्कूल कटक जिले के कनकपुर में स्थित है। यह शारदा के मंदिर के पीछे खड़ा है। स्कूल के सामने मुख्य सड़क चलती है।
विद्यालय भवन :
स्कूल एक ईंट की इमारत में बैठता है। यह कई कमरों में विभाजित है; जैसे प्रधानाध्यापक का कार्यालय कक्ष, लिपिक का कार्यालय कक्ष, शिक्षकों का सामान्य कक्ष (Teachers’ common-room), लड़कों का सामान्य कक्ष(Boy’s’ common-room), लड़कियों का सामान्य कक्ष (Girls’ common-room)और कक्षा कक्ष। स्कूल के चारों ओर स्कूल का बगीचा है। स्कूल का छात्रावास थोड़ी दूर पर खड़ा है।
स्कूल के कर्मचारी:
स्कूल के स्टाफ में बीस सदस्य होते हैं। प्रधानाध्यापक का नाम श्री ए सी मोहंती है। वह अंग्रेजी में मजबूत है। इनके अलावा सोलह शिक्षक, एक लिपिक और दो चपरासी हैं।
छात्र;
स्कूल की ताकत पांच सौ साठ है। इनमें पचास लड़कियां हैं। वे अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ते हैं। निचले पांच वर्गों में प्रत्येक में दो sections हैं: कक्षा IX और कक्षा X में कोई sections नहीं है। हमारे स्कूल के छात्र बहुत शांत और शांत हैं। वे परीक्षाओं में काफी अच्छा करते हैं।
कार्य दिवस और अवकाश :
स्कूल सुबह 10:30 बजे खुलता है। यह शाम 4 बजे बंद हो जाता है। अवधि कुल सात हैं। स्कूल का चपरासी घंटी बजाता है। सामूहिक प्रार्थना के साथ स्कूल का काम शुरू होता है। गर्मी के मौसम में स्कूल सुबह के समय बैठते हैं।
हर साल दो परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। एक अर्धवार्षिक और दूसरा वार्षिक। वार्षिक परीक्षा के अनुसार पदोन्नति दी जाती है।
छात्र स्कूल N. C. C., खेलकूद और खेलों में भी भाग लेते हैं। वे स्कूल के खेल के मैदान में खेलते हैं। रविवार को सप्ताह के अंत में छुट्टी होती है। शनिवार को आधा अवकाश है। कार महोत्सव, स्वतंत्रता दिवस, दशहरा, क्रिसमस और डोला महोत्सव के लिए छुट्टियां हैं। ग्रीष्मकालीन अवकाश एक महीने से अधिक समय तक रहता है।
पालन और समारोह:
हम अपने स्कूल में गणेश पूजा और सरस्वती पूजा मनाते हैं। हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। शिक्षक दिवस, बाल दिवस और गणतंत्र दिवस। हम पुरस्कार वितरण समारोह मनाते हैं। कभी-कभी हम नाटक का मंचन करते हैं। लेकिन हम कभी भी अपने अध्ययन की उपेक्षा नहीं करते हैं।
निष्कर्ष:
मेरा स्कूल मेरे लिए एक अच्छा प्रशिक्षण मैदान है। मैं अपने स्कूल से प्यार और सम्मान करता हूं।